आखिर ऐसा क्या है Golden Dome डिफेंस सिस्टम में जिसके लिए ट्रम्प खर्च करेंगे 175 बिलियन डॉलर (14,52,500 करोड रूपये)

25 मई, 2025 को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने Golden Dome डिफेंस सिस्टम योजना की घोषणा की। यह एक अंतरिक्ष आधारित डिफेंस सिस्टम है। इस योजना की अनुमानित लागत राशि 175 बिलियन डॉलर (14,52,500 करोड रूपये) है। यह अमेरिका का अपना खुद का डिफेंस सिस्टम होगा। सन 1983 में अमेरिका के तत्कालीन राषट्रपति रोनाल्ड रीगन इस रक्षा प्रणाली को बनाना चाहते थे परन्तु उस समय तकनीक विकसित ना होने के कारण इस रक्षा प्रणाली को ना बनाया जा सका।
Golden Dome डिफेंस सिस्टम क्या है?
Golden Dome डिफेंस सिस्टम किसी भी प्रकार के भूमि, आकाश या अंतरिक्ष से किए गए हमले की तुरन्त पहचान करके उसे अमेरिका की सीमा में दाखिल होने से पहले ही समाप्त कर देगा। Golden Dome डिफेंस सिस्टम का मुख्य उद्देश्य किसी भी बैलेस्टिक, हाईपरसोनिक, ड्रोन और क्रूज मिसाईलों को सीमा में दाखिल होने से पहले ही नष्ट करना है। यानि Golden Dome डिफेंस सिस्टम पूरी तरह बनने के बाद अमेरिका अभेद बन जाएगा।

Golden Dome डिफेंस सिस्टम इजराईल की आयरन डोम रक्षा प्रणाली से प्रेरित होकर बनाया जा रहा है आयरन डोम डिफेंस सिस्टम मुख्य रूप से शार्ट रेंज राकेड और मिसाईलों को रोकने और उन्हें नष्ट करने लिए बनाया गया है परन्तु गोल्डन डोम, आयरन डोम रक्षा प्रणाली से कहीं ज्यादा उच्च स्तर पर बनाया जाएगा। इस रक्षा प्रणाली को लांग रेंज रडार, स्पेस बेस्ड इन्फ्रारेड सिस्टम और ग्राउन्ड बेस्ड मिडकोर्स डिफेंस द्धारा तैयार किया जाएगा। Golden Dome डिफेंस सिस्टम को आकाश, जमीन व समुद्र तीनों जगहों से काम लेने के अनुसार बनाया जा रहा है।
Golden Dome डिफेंस सिस्टम कैसे काम करेगा
जिस प्रकार भारत का S-400 डिफेंस सिस्टम काम करता है Golden Dome डिफेंस सिस्टम भी उसी प्रकार काम करेगा परन्तु S-400 की रेंज केवल 400 किलोमीटर है परन्तु Golden Dome डिफेंस सिस्टम की रेंज हजारों किलोमीटर की होगी। यानि हजारों किलोमीटर दूर से यह डिफेंस सिस्टम किसी भी प्रकार की मिसाईल की हवा में पहचान करेगा और उनको ट्रैक करके हवा में ही नष्ट कर देगा चाहे उसे दुनिया के किसी भी हिस्से से लॉन्च किया गया हो। हवा में मिसाईल या किसी अन्य प्रकार के हमले का पता लगाने के लिए सेटलाईट की सहायता ली जाएगी जिसके लिए अमेरिका अंतरिक्ष में कई सेटलाईट भेजेगा।

Golden Dome डिफेंस सिस्टम की अनुमानित लागत
Golden Dome डिफेंस सिस्टम को बनाने में लगभग 175 बिलियन डॉलर (14,52,500 करोड रूपये) का खर्च आएगा परन्तु विशेषज्ञों का मानना है कि इस योजना की लागत में और बढोतरी हो सकती है। शुरूआती तौर पर 25 बिलियन डॉलर यानि लगभग 2.05 लाख करोड रूपये खर्च करने की मंजूरी दी गई है।
आखिर अमेरिका क्यों बनाने जा रहा है Golden Dome डिफेंस सिस्टम
चीन, रूस और उत्तर कोरिया के पास लम्बी दूरी की मिसाईलें है और यह तीनों देश अपने खेमे में लम्बी दूरी की मिसाईलों में बढोतरी भी कर रहे हैं और अमेरिका की मिसाईल रक्षा प्रणाली ज्यादा सुदृढ नहीं है इसलिए अमेरिका को अपनी मिसाईल रक्षा प्रणाली को और पुख्ता करने की आवश्यकता है।

Golden Dome डिफेंस सिस्टम को बनने में कितना समय लगेगा
ट्रम्प ने दावा किया है कि Golden Dome डिफेंस सिस्टम वर्ष 2029 तक बनकर तैयार हो जाएगा और काम करना शुरू कर देगा।
Golden Dome डिफेंस सिस्टम की उच्चतम तकनीक
Golden Dome डिफेंस सिस्टम को लगभग 1000 सेटलाइट के साथ जोडा जाएगा जिससे कि यह रक्षा प्रणाली 360 डिग्री तक किसी भी प्रकार के खतरे को पहचान सकेगी और इस रक्षा प्रणाली में अंतरिक्ष आधारित सेंसर लगे होंगे और अमेरिका की तरफ आने वाले किसी भी खतरे की पहचान सेंसर आसानी से कर लेंगे।