18 मई 2025 को डेमोक्रेट ऑफिस की तरफ से यह बयान जारी किया गया कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रोस्टेट कैंसर से ग्रसित हैं और यह कैंसर उनकी हड्डियों तक फैल गया है। बताया गया है कि जो बाईडेन पिछले काफी समय से मूत्र सम्बन्धी समस्या से पीडित थे और उन्हें इस बीमारी का पता तब चला जब उन्होंने पेशाब से सम्बन्धित समस्याओं की जांच करवाई जांच में प्रोस्टेट ग्रंथि में एक छोटी गांठ को पाया गया।
जो बाईडेन का प्रोस्टेट कैंसर का ग्लिसन स्कोर 9 में है जो कि काफी तेजी से बढने वाला कैंसर है और इसे काफी गंभीर कैंसर माना जाता है। ब्यान में कहा गया है कि बाईडेन के परिवार द्धारा उनके बेहतर ईलाज के लिए डाक्टरों से इस बारे में राय ली जा रही है और बेहतर विकल्प तलाशे जा रहे हैं। डाक्टरों का कहना है कि इस तरह की बीमारी में कीमोथैरेपी, बोन टारगेटिड ट्रीटमैंट और होर्मोन थैरेपी द्धारा मरीज का ईलाज किया जाता है। बता दें कि जो बाईडेन का बेटा भी कैंसर से पीडित था जिस जिसकी साल 2015 में कैंसर के कारण मृत्यु हो गई थी।
20 जनवरी 201 को जो बाईडेन ने अमेरिका के 46वे राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी और पांच साल यानि 20 जनवरी 2025 तक बतौर अमेरिका का राष्ट्रपति उनका कार्यकाल रहा।
क्या होता है प्रोस्टेट कैंसर
प्रोस्टेट कैंसर होने का खतरा बढती हुई उम्र के साथ बढ जाता है। प्रोस्टेट कैंसर प्रोस्टेट ग्रंथि में विकसित होता है जो कि पुरूषों में मुत्राशय के नीचे स्थित होती है जो कि शुक्राणुओं के लिए तरल पदार्थ का निर्माण करती है। प्रोस्टेट कैंसर बडी उम्र के पुरूषों में होता है और अगर परिवार में किसी को अगर यह बीमारी हुई है तो खतरा बढ सकता है क्योंकि यह बीमारी पीढी दर पीढी भी हो सकती है। इसलिए डाक्टरों द्धारा यह सलाह दी जाती है कि हर पुरूष को उसकी आयु के 50 वर्ष के बाद प्रोस्टेट टेस्ट अवश्य करवाना चाहिए ताकि अगर कोई समस्या हो तो उसका समय से निदान हो सके। प्रोस्टेट कैंसर के बारे में हर पुरूष को पता होना चाहिए और इसके लक्षणों के बारे में जानकारी होनी चाहिए ताकि शुरूआती लक्षणों में ही इसका ईलाज करवाया जा सके क्योंकि प्रथम चरण में इसका ईलाज आसान होता है और जितना जल्दी इस बीमारी के बारे में पता चलेगा, बीमारी के ठीक होने के अवसर उतने अधिक होंगे और नुकसान भी कम होगा। प्रोस्टेट कैंसर जब तक ग्रंथि के भीतर होता है इसके लक्षणों के बारे में पता नहीं चलता है परन्तु जब यह कैंसर प्रोस्टेट ग्रंथि से बाहर आता तो इसके लक्षण दिखाई देने लगते हैं। प्रोस्टेट कैंसर के लक्षणों के बारे में जानते हैंः-
- पेशाब करने में कमजोरी
- पेशाब करने में रूकावट
- रात के समय बार-बार पेशाब आना
- पेशाब करते समय जलन होना
- अचानक से वजन कम होना
- पीठ में दर्द रहना
- कूल्हों में दर्द रहना
- इरेस्टाइल डिसफंक्शन होना
- अचानक पेशाब करने की जरूरत होना
- पेशाब या वीर्य में रक्त आना
अगर किसी पुरूष को ऊपरलिखित लक्षणों में से कोई लक्षण दिखाई देते हैं तो उसे तुरन्त पीएसए टेस्ट (Prostate Special Antigen Test) व डिजिटल रेक्टल एग्जाम (डीआरई) (Digital Rectal Exam) करवाना चाहिए और डाक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
प्रोस्टेट कैंसर के कारकः
- धूम्रपान करना
- यौन संचारित संक्रमण
- रसायन के सम्पर्क में आना
- यदि परिवार के इतिहास में किसी को यह बीमारी है तो परिवार के अन्य सदस्यों को यह बीमारी होने की सम्भावना दो से तीन गुना बढ जाती है।
- बढती उम्र के साथ प्रोस्टेट कैंसर का खतरा भी बढ जाता है।
- शरीर का अधिक वजन होना
डिस्कलेमरः यह लेख केवल जानकारी के लिए लिखा गया है। प्रोस्टेट एक गंभीर बीमारी है किसी भी तरह की चिकित्सा के लिए योग्य चिकित्सक से स्वास्थ्य सम्बन्धी सलाह अवश्य लें। Taaza Shout.com किसी भी तरह की प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।